कोरोनाः वैश्विक महामारी ने मचाया मौत का तांडव

कोरोना या कोविड 19 नामक महामारी ने आज पूरे विश्व में तांडव मचा रखा है। इस बीमारी से सजग रहने की चर्चा दिसंबर, जनवरी के बाद से शुरु हो गई थी। ऐसी खबरें सामने आ रही थीं, कि चीन में एक ऐसा वायरस है, जिससे लोगों को जुकाम, बुखार, सांस लेने जैसी समस्या होती है और जल्द ही व्यक्ति की मौत हो जाती है। हालांकि इससे पहले 31 जनवरी को विपक्षी नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में ऐसी ही एक बिमारी का जिक्र किया था।

चीन की लापरवाही या विश्व में तबाही मचाने की साजिश-

चीन सरकार, प्रशासन और डब्लूएचओ की रिपोर्ट में गलतियों के साथ लापरवाही भी आंकी गई। इसको लेकर पूरी मीडिया ने चीन की भत्सर्ना की। फरवरी के अंत में एक चीनी डॉक्टर का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उसने ऐसी ही बिमारी और इससे होने वाली तकलीफ के बारे में बताया, वीडियो जारी होने के बाद डॉक्टर की मौत की बात सामने आई।

इसके बाद चीन की ओर से हो रही लापरवाही के बारे में पता चला, यह भी मालूम हुआ कि चीन के वुहान शहर में सीक फूड मार्केट के पास चमगादड़ से फैला वायरस लोगों की जान लेकर मौत का तांडव मचा रहा है। चीन के ही बड़े अधिकारियों के साथ-साथ घरेलू उत्पाद कंपनियों ने चीन की लैब से जानबूझ कर इस वायरस को फैलाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा भी दर्ज करवाया है। धीरे-धीरे सभी देशों से ऐसी अचंभित करने वाली बीमारी से होने वाली मौत की खबरें आने लगीं। ऐसी वैश्विक परिस्थिति का प्रतिबिंब आइने में दिखने लगा। कोरोना नामक वायरस से वायरस ने चीन, इटली में भारी तबाही मचाई। विश्व का लगभग हर देश इस वायरस की चपेट में है। इसके लिए लॉकडाउन का पालन कर सभी को घर में ही रहने का प्रयास करना चाहिए।

कोरोना की भारत में दस्तक पर -

भारत में हुई वायरस की दस्तक ने सभी को बुरी तरह से सहमा दिया। भारत में कुछ ऐसे मामले सामने आने के बाद से सरकार ने सतर्कता दिखाते हुए, रेल यात्रा, हवाई यात्राओं को बंद कर दिया। इसके बाद जनता कर्फ्यू का आव्हान कर लॉकडाउन शुरु कर दिया।

लॉकडाउन की सीरीज में प्रधानमंत्री मोदी ने पहले 14 दिन और फिर 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की। कोरोना से वैश्विक स्तर पर भारी जनहानि के साथ लॉकडाउन से भारत के साथ ही वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर पड़ा है।

देशवासियों का सहयोग कोरोना से जंग में प्रथम श्रेणी में आता है। देश भर में लॉकडाउन और विषम परिस्थितियों के बाद भी लोगों ने जिस जज्बे का प्रदर्शन किया उससे अलग प्रकार की ऊर्जा का संचार देखने को मिल रहा है। लेकिन अचानक ही खबरों का रुख भीड़ की उस शक्ल ने लिया जिसे देख कोई भी सहम जाता। दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ थी, जो दिल्ली से पलायन कर रहा था, जिसका कारण रोजगार, भोजन न मिलना था। हालांकि इतनी भीड़ एक साथ दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर कैसे आई इस पर काफी प्रश्न उठे इसके बाद प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगना शुरु हो गए।

इसके बाद जमातियों ने जो धर्मसभा की उससे हजारों की संख्या में निकले कोरोना पॉसिटिव जमातियों ने देश भर में जाकर कोरोना के विचरण में सहायता की। इसमें धर्म या समुदाय पर या उनकी आस्था पर प्रश्न उठाने पर जोर नहीं है, वरन यह उन सभी बुद्धिजीवियों की लापरवाही और प्रशासन और डॉक्टरों के साथ किए गए अभद्र व्यवहार की निंदा करने के लिए देश को मजबूर करता रहा। देश भर में फैले संक्रमण से खौफ और परिवार की जान को लेकर सतर्कता ने भारत में कोरोना का कहर अधिक फैलने से रोक रखा है।

कोरोना के दौरान अर्थव्यवस्था-

कोरोना महामारी के चलते भारत के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था की स्थिति डामाडोल है। इससे पहले 6 सालों में आर्थिक स्थिति अपने सबसे निचले स्तर पर गिर गई। इसके बाद भी सरकार की धीरता और गंभीरता सराहनीय है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की, जिससे भारत के गरीब 80 करोड़ लोगों को आर्थिक बोझ से राहत मिलेगी और उनकी रोजी रोटी चल सकेगी. खातों में पैसे डालकर और खाद्य सुरक्षा का बंदोबस्त करके सरकार गरीबों, दैनिक मजदूरी करने वालों, किसानों और मूलभूत सुविधाओं से वंचित लोगों की मदद कर रही है।

विशेषज्ञ सरकार के इन प्रयासों की सराहना कर रहे हैं लेकिन वो यह भी मानते हैं कि अर्थव्यवस्था को इस संकट के बुरे असर बचाने के लिए और भी प्रयास किए जाने की ज़रूरत है।

जनता ने भी मिलाया कंधे से कंधा-

इस संकट की परिस्थिति में सरकार के साथ-साथ जनता भी सराहनीय कार्य कर रही थी। हर स्थान पर राशन के साथ सामान्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जनता भी जरूरतमंदो को सामान पहुंचा रही है। ऐसे में कई सोसाइटी ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ पूरी-पूरी सोसाइटी को ही क्वारंटीन करने का प्रयास किया था।

सोशल मीडिया पर ट्रेंड की घटनाएं -

  • कोरोना के केस सामने आने के बाद भी फरवरी में अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत की यात्रा की।
  • इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी की लिट्टी चोखा खाते हुए एक फोटो वायरल होने लगी।
  • इस पर राहुल गांधी का एक ट्वीट भी सामने आया, जो जनवरी में किया गया था और जिसमें उन्होंने पहले ही लोगों को ट्वीट के जरिए इस बिमारी से लोगों को आगाह किया था।
  • प्रसारण मंत्री द्वारा दूरदर्शन पर रामायण शुरु होने के बाद प्रधानमंत्री की भगवान राम के साथ डिजाइन की फोटो वायरल होने लगी।
  • इसके बाद जमातियों द्वारा कोरोना फैलाने की घटनाएं सामने आने लगी।
  • फिर सूचना मिली की जमाती मेडिकल स्टाफ और पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार की खबरें भी सामने आईं।
  • सरकार के साथ-साथ घर में ही क्वारंटीन रह कर सभी को इस कोरोना का डट कर सामना करना होगा।
  • कोरोना से बचने के लिए अपने घर पर रहने के साथ-साथ किसी को भी घर ने आने दें। आवश्यकता होने पर बाहरी व्यक्ति के साथ उचित दूरी बना कर ही बात करें।

Tanu chaturvedi