Negativity : weakening our fight against Corona virus.

Dear friends


A very strange phenomenon has been noticed for the last few days,  where the so  called intellectuals of our country are only trying to prove that India is not doing well enough, to fight this deadly virus. I can't imagine that these people are wanting India to fail only to satisfy their gloated egos that they could prove Modi ji wrong. We have to be extremely  vigilant and careful of such sinister designs of these people. I have no doubt that anyone who does not wish good for our country cannot be an Indian. यह देश हमारे लाखों देशवासियों की कुर्बानियों से बना है जिन्होंने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर इस देश की प्रतिष्ठा को बरकरार रखा है।यह कैसा तर्क है कि जब कोई गलती करे तो उसकी गलती को गलती न मान कर, कहा जाये कि उसने गलती क्यों की इसकी जांच होनी चाहिए। बहुत ही दर्द के साथ मुझे आज इन भारत वासियों की देश भक्ति पर संदेह हो रहा है। यह देश वीरों की धरती है, यहां आप उनकी कुर्बानियों की गाथा सुनाते हुए नहीं थकते हैं। लेकिन इस प्रकार के तर्क सुनकर आज हम सब बहुत आहत हैं।


We need to be very careful about rumours mongering. The people, take lots of pleasure in spreading negativity and go to an extent that a particular Community is being targeted in the garb of fighting the corona. So, don'tget yourself tested.They will do something wrong. Nothing could be more preposterous than this. Is there a single welfare scheme in India which is not applicable across the board? भारत विविधताओं का देश है, यह हमारी सबसे बड़ी ताकत है। पूरा विश्व हमारी परम्पराओं,हमारे संस्कारों, हमारी संस्कृति का प्रशंसक है, और उनका अनुसरण करना चाहता है। लेकिन कुछ मुठ्ठी भर लोग हमारी सबसे बड़ी पहचान और मजबूती को चोट पहुंचाना चाहते है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।


Number of items of PPE coming from China have been found defective. I am sure, even in the Testing Kits, there will be problems. China has lost it's credibility. We need to be very careful and ensure the quality control of each and every item  coming from China. Self certification will not do as China can no more be trusted. We must give a thrust to our local manufacturers and , make in India projects. Our scientists and manufacturers  will make us proud. वक्त आने पर बता देंगे तुझे ऐ आसमां हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में है।

Yesterday, seeing our former Prime Minister, breaking the lockdown norms was extremely painful. How can such a responsible man who is required to be a role model and set example for the country for implementation of the lockdown restrictions, himself indulge in this blatant violations. यह देश  के लिए बहुत अफसोस जनक घटना थी और इस उल्लंघन के लिए पूर्व प्रधानमंत्री को देश से क्षमा मांगनी चाहिए।

कल एक वरिष्ठ पत्रकार का वीडियो देखकर अत्यंत दुख हुआ।वह देश के सामने एक धर्म विशेष के लोगों का योगदान गिना रहीं थीं और पूंछ रही थी कि हमको और क्या करना चाहिए अपने आप को भारतीय प्रमाणित करने के लिए। पहले तो मैं उनसे बहुत विन्रम भाव से कहना चाहता हूं कि आपको कुछ भी नहीं करना है। केवल एक भारतीय बनकर रहना है। यह देश डा॰कलाम का देश है, पंडित बिस्मिल्लाह खान का देश है,श्री इब्राहिम( IB Chief), अनेक जनरल जैसे,जाकी,जमील महमूद, सुल्तान महमूद, जमीरूद्दीन शाह, अता हसनेन,  हरीज , एयर चीफ मार्शल लतीफ, परमवीर अब्दुल हमीद और ऐसे असंख्य भारतवासियों का है। मुझे बहुत दुख के साथ इस संदर्भ में ये नाम लेने पडे, क्योंकि इन सबने हमेशा अपने आप को केवल भारतीय की पहचान के अलावा नहीं देखा है। ये सब आज मुझसे नाराज़ होंगे, मुझे माफ करना दोस्त इसका संदर्भ समझिएगा। इन पत्रकार महोदया ने कुछ वर्ग विशेष के भारतीय उद्योगपति और कलाकारों के नाम लेकर भी कहा कि उन्होंने भारत की इस कठिन समय में पैसा देकर मदद की है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आप ने इन सबके दान को बहुत छोटा कर दिया।इन सबने एक भारतीय के नाते अपने देश की इस संकट में सहायता की है न कि अपनी वफादारी की कीमत दी है। यह सब महानुभाव आप की इस टिप्पणी से बहुत आहत होंगे, यह मेरा पूर्ण विश्वास है। एक बात और, महोदया यह पूरी तरह से समझ लीजिए, ताजमहल भारतीय कामगारों ने, मेहनत कर के, भारत के पैसे से बनाया है। इसमें आप कृपया और कोई विचार न रखें। वरिष्ठ पत्रकार साहिबा, आप को कुछ नहीं करना है, देश में केवल भारतीय की तरह रहे, भारत उतना ही आपका है, जितना हर भारतीय का। शायद आपको मालूम न हो कि जो नाम मेंने ऊपर दिए हैं उनमें से कुछ भारतरत्न है।आपको एक बात और याद दिला दूं कि स्वतंत्रता के बाद सबसे संवेदनशील मामले को हिन्दुस्तान ने डा॰ कलाम के सुपुर्द किया था। और कलाम साहब ने भी उस परीक्षा में भारत की प्रतिष्ठा में चार चांद लगा दिए थे। क्योंकि देश हर भारतीय पर अटूट विश्वास करता है। महोदया इसलिए आपसे अनुरोध है कि आप केवल एक भारतीय बनकर रहै। आप गलत को गलत और सही को सही कहना सीखें। जो भी भारत के हित के विरोध में कार्य करें उसकी कठोर से कठोर शब्दों में भर्त्सना करें। आप एक सच्ची भारतीय हैं और रहेंगी। लेकिन कल का वीडियो देखकर हर भारतवासी को दुख हुआ है। इसके लिए आपको अफसोस जरूर करना चाहिए।
यह देश वीरों का देश है। यहां हर भारतीय ने अपने देश की रक्षा में अपना तन मन धन न्यौछावर कर अपने देश की प्रभुता और अखंडता को बरकरार रखा है। यह देश है वीर जवानों का अलबेलों मस्तानों का इस देश का यारों क्या कहना।

We continue to remain in critical zone in our fight against Corona, where even a small mistake can cost us dearly. We have to ensure that we will not let the lockdown fail at any cost, as this is the only effective solution to save our people. हम देश के लिए कष्ट सहकर अपने आप को अनुशासित रखेंगे और हर विपदा का सब मिलकर पूरी निष्ठा, इमानदारी, और इच्छाशक्ति से कंधे से कंधा मिलाकर सामना करेंगे।हम देश नहीं मिटने देंगे हम शीश नहीं झुकने देंगे। इस मूल मंत्र को साथ लेकर हम भारत और भारतीयों को बचाने के लिए त्याग, तपस्या और बलिदान का एक नया इतिहास रचेंगे। दिल दिया है जां भी देंगे ऐ वतन तेरे लिए।

Once again I thank and compliment all the Covid warriors who are leading from the front and putting their lives in the line of fire. हम आप के जज्बे को सलाम करते हैं। आप के दृढ़ निश्चय, संकल्प, साहस और संयम के आगे नतमस्तक हैं। 'है नमन उनको कि जो इस देह को अमरात्व देकर , इस जगत में शोर्य की जीवित कहानी हो गये है'। भारत के वीरों को शत् शत् नमन।राह कठिन है लेकिन हम सफल होंगे, यह हमारा पूर्ण विश्वास है। जय हिन्द जय भारत,जय हिन्द की सेना। हम होंगे कामयाब।

Vishnu Kant Chaturvedi