होली आई रे

होली क्यों कब कैसे मनाई जाती   है यह तो सब जानते है , लेकिन होली को  विश्व स्तर पर हर जाति ,हर उम्र के लोगों का त्यौहार बनाने मे हिंदी फिल्म संगीत का बहुत बड़ा योगदान है. इस लेख मे मैं  इसी योगदान  पर टिपण्णी कर रही हूँ  .

हिंदी सिनेमा  मे  सभी त्यौहारों को गीत संगीत और नृत्य के द्धारा जीवंत दृश्यों में प्रस्तुत किया जाता है इसमे सबसे उच्चतम दृश्य होता है होली का।  एक नए स्तर पर पूरे उत्सव के मूड को  बनाने मैं फ़िल्मी  गानो का महत्वपूर्ण योगदान है।  कई गाने इतनी अच्छी तरह से फिल्माए गए हैं कि  आप इन गीतों को हर नुक्कड़ और कोने के लाउडस्पीकरों पर  सुन सकते हैं। होली के अवसर पर सभी होली की टोलियां फल्मी गीत गाते  गुनगुनाते  सुनायी देती है।  इन गीतों ने होली उत्सव को नयी परिभाषा दी हैं। आजकल का प्रचलित रेन डांस भी होली का ही एक रूप है

आइये इस होली के अवसर पर इन बॉलीवुड गीतों को याद करते हैं।

कोई भी होली समारोह रंग बरसे गीत और एक मुट्ठी भांग  के बिना शुरू नहीं किया जा सकता।यहाँ तक कि कई समारोहों का नाम ही रंग बरसे होता है। यह गीत अमिताभ , रेखा, जया और संजीव कुमार पर फिल्माया गया पॉपुलर गीत  है. 

 

होली के दिन.'शोले' के  इस गीत मे धर्मेन्द्र-हेमा  के बीच की केमिस्ट्री ने चार चाँद लगा दिए हैं। शायद ऐसी वजह से यह बॉलीवुड में सबसे अच्छा होली गीत माना  जाता है। यह  लोगों के बीच  बहुत  लोकप्रिय है।

 

सुपर हिट फिल्म कटी  पतंग का मशहूर गीत ,आज छोड़ेगे सबको याद है। इस गाने मे राजेश खन्ना की शरारत और आशा पारेख का  शर्मीलापन  देखते ही बनता है।

ज्यादा हो हल्ला न पसंद करने वालो के लिए संध्या का जा  रे हट नटखट गीत पसंदीदा गीत है.इस गीत को  संध्या के ग्रेसफुल नृत्य ने  क्लासिक बना दिया है. 

परिवार या बड़े ग्रुप के साथ होली खेलने मे  तो होली खेले रघुवीरा  ज्यादा बजाया  जाता है.इस गीत मे अमिताभ अपने पूरे फ़िल्मी परिवार के साथ होली खेलते दिखाए गए हैं। इसके बोल भी सभ्य है।

युवा मस्ती के गानों मे फिल्म मोहब्बतें का गीत सोनी सोनी भी काफी बजाया जाता  है।। इस गीत मैं शाहरुख़ खान की उपस्थिति  ने इसे और  प्रचलित कर दिया है। इसके बोल कैची  है तो सबको जल्दी याद हो जाते है। अक्षय कुमार के गीत जो फिल्म वक्त और एक्शन रीप्ले से  हैं  वह  भी ऐसी श्रेणी मैं शामिल हैं।

इन सब  गीतों मैं आजकल एक गीत है जो सबकी जबान पर है, सही सोचा आपने, वह है बालम पिचकारी जो तूने। (बद्री की दुल्हनिया) यह गीत तो किसी भी मौसम मैं किसी भी देश मैं होली का माहौल  बना देता हैं। यह गीत बजते ही सबके पैर थिरकने लगते है.  

इस कड़ी  में कई नए गीतों की एंट्री भी हो रही है।

माइंड ना करियो  होली है ..... ,गली गली .... ,  गो पागल .... , होली बिरज माँ .... , होली मैं रंगीले ..... 

        

होली के गीतों की माला के ऐसे और बहुत से मोती हैं जिनका वर्णन मैं यहाँ करू तो पृष्ठ भर जायेंगे ,इसलिए नहीं कर सकती हूँ। ..इन सभी गीतों मे नृत्य, संगीत ,रंगो और माहौल का ऐसा ताना बाना बुना होता है कि आपको लगे की आप भी उस होली समाहरो मे उपस्थित थे।

 सभी पाठकों को होली की शुभ कामना.

 

दोहा , क़तर से

 

डॉ  सुनीता चतुर्वेदी,